प्रियजन बंधू सहपाठी संग मिलकर खुशी मनाएंगे। प्रियजन बंधू सहपाठी संग मिलकर खुशी मनाएंगे।
कुमार कार्तिकेय को स्वामीनाथ बोलकर सम्बोधन किया। कुमार कार्तिकेय को स्वामीनाथ बोलकर सम्बोधन किया।
बोले श्री हरी की है नारद वो है माँ की ममता, जिसे पाने मैं लेता हूँ जन्म बार बार। बोले श्री हरी की है नारद वो है माँ की ममता, जिसे पाने मैं लेता हूँ जन्म बार बा...
विनती करूं मैं नाथ,दर पे टिका के माथ, एक क्षण मुझे भी निहारो मेरे राम जी। विनती करूं मैं नाथ,दर पे टिका के माथ, एक क्षण मुझे भी निहारो मेरे राम जी।
थम सा गया हूँ मैं उन लम्हों में, जब उस हूर को देख लिया था इन आंखों ने, झूम रहा था म थम सा गया हूँ मैं उन लम्हों में, जब उस हूर को देख लिया था इन आंखों ने, ...
ज़िन्दगी इस तरह, मेरी पामाल है, मेरी हर चाल पर, उसकी इक चाल है। लुट गया चैन है, नीं ज़िन्दगी इस तरह, मेरी पामाल है, मेरी हर चाल पर, उसकी इक चाल है। लुट गया...